मापन किसे कहते हैं
मापन किसी भौतिक राशि की मात्रा को संख्याओं में व्यक्त करने की प्रक्रिया है। यह मूलतः तुलना करने की एक विधि है, जिसमें किसी भौतिक राशि की मात्रा की तुलना एक पूर्वनिर्धारित मात्रा से की जाती है। इस पूर्वनिर्धारित मात्रा को मात्रक कहा जाता है।
उदाहरण के लिए, जब हम कहते हैं कि किसी पेड़ की ऊंचाई 10 मीटर है, तो हम उस पेड़ की ऊंचाई की तुलना 1 मीटर से कर रहे होते हैं। यहाँ मीटर एक मानक मात्रक है जो भौतिक राशि लंबाई या दूरी के लिए प्रयुक्त होता है। इसी प्रकार समय का मात्रक सेकंड, द्रव्यमान का मात्रक किलोग्राम आदि हैं।
मापन के कुछ महत्वपूर्ण पहलू:
- मापन एक तुलनात्मक प्रक्रिया है: यह किसी भौतिक राशि की मात्रा को ज्ञात मात्रा से तुलना करके ज्ञात करता है।
- मापन में मात्रक का उपयोग होता है: यह मानक इकाइयाँ हैं जिनका उपयोग भौतिक राशियों की मात्रा को व्यक्त करने के लिए किया जाता है।
- मापन में सटीकता महत्वपूर्ण है: मापन का परिणाम यथासंभव वास्तविक मान के करीब होना चाहिए।
- मापन के विभिन्न प्रकार होते हैं: भौतिक राशियों की प्रकृति के आधार पर मापन के विभिन्न प्रकार होते हैं, जैसे कि लंबाई का मापन, समय का मापन, द्रव्यमान का मापन, आदि।
मापन के कुछ उदाहरण:
- किसी वस्तु की लंबाई को स्केल या मीटर टेप से मापना
- किसी वस्तु का भार तराजू से मापना
- किसी घड़ी से समय को मापना
- किसी द्रव का आयतन मापने वाला कप से मापना
- किसी वस्तु का तापमान थर्मामीटर से मापना
मापन का महत्व:
- मापन विज्ञान और इंजीनियरिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधान के लिए आवश्यक है।
- यह दैनिक जीवन में भी महत्वपूर्ण है, जैसे कि खाना पकाने, निर्माण कार्य, और खरीदारी में।
निष्कर्ष:
मापन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो हमें भौतिक राशियों की मात्रा को संख्यात्मक रूप से व्यक्त करने में मदद करती है। यह विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे कि विज्ञान, इंजीनियरिंग, और दैनिक जीवन।